♡Jaan shayari♡ नमस्कार दोस्तो,जब किसी को किसी से हद से ज्यादा प्यार हो जाता है तो वो उसकी जान बन जाता है बिना जान के जिन्दगी अधूरी-अधूरी सी लगने लगती है सुबह की शुरूआत से रात को नींद आने तक बस अपनी जान का ही ख्याल रहता है.
आज के दौर में युवा अपनी गर्लफ्रेंड, वाइफ, दोस्त आदि को जान कह कर संबोधित करते है क्योंकि ये दिल के करीब होते है इश्क़ में नये-नये शब्द प्यार करने वाले अक्सर गढ़ते रहते है ताकि वो अपनी जान को खुश रख सके और उनको जता सके की वे उनको कितना चाहते है.
तो इसी रिश्ते को और मजबूत बनाने के लिए आज हम आपके लिए लेकर आए है जान शायरी जिन्हे पढ़ने के बाद आपकी जान में जान आ जायेगी.
कुछ खास है इसमें
जान कहकर भी वो जान न पाएँ
आज तक वो मुझे पहचान न पाएँ,
खुद ही कर ली बेवफाई हमने
ताकि उन पर कोई इल्जाम न आएँ.
ले चला जान मेरी रूठ के जाना तेरा,
ऐसे आने से तो बेहतर था न आना तेरा.
जिन्दगी के लिए जान जरूरी है,
पाने के लिए अरमान जरूरी है,
हमारे पास चाहे हो कितना ही गम,
पर आपके चेहरे पर मुस्कान जरूरी है.
मैंने जान बचा के रखी है अपनी जान के लिए,
इतना प्यार कैसे हो गया एक अनजान के लिए.
मेरी आँखों के आँसू कह रहे मुझसे
अब दर्द इतना है कि सहा नही जाता,
न रोक पलको से खुल कर छलकने दे
अब यूँ इन आँखों में रहा नही जाता.
वो इश्क में शायद हमारा इम्तिहान ले रहे है,
लेकिन उन्हें क्या मालूम वो हमारी जान ले रहे है.
तुम को तो जान से प्यारा बना लिया,
दिल का सुकून आँखों का तारा बना लिया,
अब तुम साथ दो या ना दो ये तुम्हारी मर्ज़ी,
हम ने तो तुम्हे जिन्दगी का सहारा बना लिया.
न जाने किस तरह का इश्क कर रहे हैं हम,
जिसके हो नहीं सकते उसी के हो रहे हैं हम.
ना किसी का दिल चाहिए
ना किसी का जान चाहिए,
जो मुझे समझ सके
बस एक ऐसा इंसान चाहिए.
तुम अपना ख्याल रखा करो मेरी जान,
क्योंकि तुम्हारे हर ख़ुशी में बसी है मेरी जान.
जब दिल उदास हो हमसे बात कर लेना,
जब दिल चाहे मुलाक़ात कर लेना,
रहते है आपके दिल के किसी कोने में,
वक्त मिले तो तलाश कर लेना.
अगर मैं अपनी मोहब्बत का अंजाम जानता,
तो मैं किसी बेवफ़ा को क्यों दिलों-जान मानता.
माना कि तुम जीते हो जमाने के लिए,
एक बार जी कर तो देखो हमारे लिए,
दिल की क्या औकात आपके सामने,
हम तो जान भी दे देंगे आपको पाने के लिए.
रूठ के हम से खुश तुम भी न रह पाओगे,
जान तो जाएगी हमारी सांस तुम भी न ले पाओगे.
हर सागर के दो किनारे होते है
कुछ लोग जान से भी प्यारे होते है,
ये जरूरी नही हर कोई पास हो
क्युकी ज़िन्दगी में यादो के भी सहारे होते है.
तन्हाई में मुश्कुराना भी इश्क है,
और इस बात को छुपाना भी इश्क है.
आँखों की नजर से नही,
हम दिल की नजर से प्यार करते है,
आप दिखे या ना दिखे,
फिर भी हम आप का दीदार करते है.
लगती हैं हमें अपनी ये तौहीन की तरह,
तुम रूबरू न चाँद की बातें किया करो.
अर्ज किया है-
आँखों की चमक पलकों की शान हो तुम,
चेहरे की हँसी लबों की मुस्कान हो तुम,
धड़कता है दिल बस तुम्हारी आरजू में,
फिर कैसे ना कहूँ कि मेरी जान हो तुम.
By हिमांशु पटेल
ले चला जान मेरी रूठ के जाना तेरा,
ऐसे आने से तो बेहतर था न आना तेरा.
काश कि कहीं कोई खुशियों की एक दुकान होती, और हमें उसकी पहचान होती,
ले लेते हम वहाँ से आपके लिए सारी खुशियाँ, बेशक़ उनकी कीमत चाहे हमारी जान होती.
ख़ाक थी और जिस्मों-जान कहते रहे,
चंद ईंटों को ही मकान कहते रहे.
ज़िन्दगी में बस उनका साथ काफी है,
हाथों में महबूबा का हाथ काफी है,
दूर हो या पास कोई फर्क नहीं पड़ता,
मोहब्बत का तो बस अहसास ही काफी है.
मोहब्बत करने वाले आँखें पढ़ लेते है,
तुम जान नही पाई कि मेरी जान हो तुम.
तुम मुझे चाहो या ना चाहो,
इसमें मेरा कोई ज़ोर नहीं,
मेरा दिल तो क्या मेरी रूह भी,
बस तुम्हारे लिए ही तड़पते हैं.
हर सांस में मुझे बस ख़्याल तुम्हारा आता है,
जैसे ही हिलते हैं लब जरा से तो नाम तुम्हारा आता है.
ना हंसने को ज़ी चाहता है,
ना रोने को ज़ी चाहता है,
क्या लिखुँ मैं तुम्हारी याद में ए सनम,
बस तुम्हारे पास आ जाने को ज़ी चाहता है.
जरा सी बदमाश जरा सी नादान है तू,
लेकिन ये भी सच है की मेरी जान है तू.
देखु जहाँ तेरा चेहरा नज़र आये,
बारिश का हर बून्द तेरा ही नाम गाए,
तू कहे तो जान भी कुर्बान कर दू,
अगर तेरे दिल मेरे दिल से मिल जाये.
मुस्कुरा कर दूर हुए वो दिल ने मेरे रो दिया,
अपने जिस्म से जैसे मैने जान को खो दिया.
रातो मैं तेरा ख्वाब दीखे,
आइने मे तेरा हि रूप दीखे,
देखा अपने दिल कि गहराई मे तो,
मेरे परछाई मैं भी तेरा चेहरा दीखे.
हम आशा करते है की आपको हमारी द्वारा पेश की गई जान शायरी बेहद पसंद आई होंगी। यदि आपका कोई कॉमेंट है तो हमारे कॉमेंट सेक्शन में जरूर बताएं और आप ये शायरियां अपने दोस्तो साथियों में जरूर शेयर करे और उन्हें भी कुछ चुनिंदा जान शायरियों का आनंद उठाने का अवसर दे.