Dua shayari नमस्कार दोस्तो,इस दुनिया में हर एक इंसान किसी न किसी परेशानी , मुश्किल या दुःख में डूबा हुआ होता है हर एक इंसान को किसी न किसी चीज की आवश्यकता होती हे जिसके लिए वो हमेंशा अपने खुदा से दुआ यानिकि प्रार्थना करता रहता हैं.
तो हम उसकी दुआ में चार चांद लगाने के लिए आ चुके है कुछ चुनिंदा खास दुआ करने के लिए दुआ शायरी लिखी गई है.
खाश शायराना अंदाज सिर्फ हमारे पास
सच तो यह है कि दुआ ने न दवा ने रखा,
हमको ज़िंदा तेरे दामन की हवा ने रखा.
मेरी हर दुआ तेरे लिए रहेगी,
चाहे तु जितने सितम कर,
कभी बेवफा न कहेगी.
दुआ कौन सी थी हमे याद नही बस इतना याद है,
दो हथेलियाँ जुड़ी थी एक तेरी थी एक मेरी थी.
जहां में तेरी यादों के सिवा कुछ भी नहीं,
दिल में गुजरी बातों के सिवा कुछ भी नहीं,
तू जहाँ भी रहे सदा खुश रहे,
मेरे लबों पर दुआओं के सिवा कुछ भी नहीं.
हमसे भी पूछ लो कभी हाल-ए-दिल हमारा,
कभी हम भी कह सकें की दुआ है आपकी.
गुनाह करके सजा से डरते है,
जहर पि के दवा से डरते है,
दुश्मनों के सितम का खौफ नही,
हम तो दोस्तों कि वफ़ा से डरते है.
हज़ार बार जो माँगा करो तो क्या हासिल,
दुआ वही है जो दिल से कभी निकलती है.
या खुदा मेरी दुआओं में इतना असर कर दे,
खुशियाँ उसे दर्द उसका मुझे नजर कर दे,
दिलों से दूरिओं का एहसास मिटा दे ऐ मौला,
नहीं तो उसके आँचल को मेरा कफ़न कर दे.
उल्फत-ए-यार में खुदा से और माँगू क्या,
ये दुआ है कि तू दुआओं का मोहताज न हो.
जब भी तन्हाई में आपकी याद आती है,
तब मेरे होंठों पर बस एक ही फ़रियाद आती है,
खुदा आपको जिंदगी में हर ख़ुशी दे दे,
क्योंकि हमारी ख़ुशी आपके बाद आती है.
न जाने किसने पढ़ी है मेरे हक़ में दुआ.
आज तबियत में जरा आराम सा है.
कामयाबी के हर शिखर पर तुम्हारा नाम होगा,
तुम्हारे हर कदम पर दुनिया का सलाम होगा,
हिम्मत से मुश्किलों का सामना करना दोस्त,
दुआ है कि वक़्त एक दिन तुम्हारा गुलाम होगा.
न जाने किसने पढ़ी है मेरे हक़ में दुआ,
आज तबियत में जरा आराम सा है.
पलभर की भी तन्हाई तुम्हें नसीब ना हो,
कोई भी गम तुम्हारे करीब ना हो,
रब तुम्हारी ज़िन्दगी में इतनी खुशियाँ दे,
कि तुमसे बढ़कर कोई खुशनसीब ना हो.
लौट आती है हर बार मेरी दुआ खाली,
जाने कितनी ऊँचाई पर खुदा रहता है.
तुम्हारे प्यार की दास्तां हमने अपने दिल में लिखी है,
न थोड़ी न बहुत बे-हिसाब लिखी है,
किया करो कभी हमे भी अपनी दुआओं में शामिल,
हमने अपनी हर एक सांस तुम्हारे नाम लिखी है.
भूल न जाऊं माँगना उसे हर नमाज़ के बाद,
यही सोच कर हमने नाम उसका दुआ रक्खा है.
तेरी दुआ से कज़ा तो बदल नहीं सकती,
मगर है इस से यह मुमकिन कि तू बदल जाये,
तेरी दुआ है कि हो तेरी आरज़ू पूरी,
मेरी दुआ है तेरी आरज़ू बदल जाये.
जब भी देखता हूँ किसी के हँसते हुए चेहरे,
दुआ करता हूँ इनको कभी मोहब्बत ना हो.
जिंदगी में न कोई राह आसान चाहिए ,
न कोई अपनी खास पहचान चाहिए,
बस एक ही दुआ मांगते हैं रोज भगवान से,
आपके चेहरे पे प्यारी सी मुस्कान चाहिए.
By हिमांशु पटेल
छोड़ तो दी, रस्मे उल्फत ज़माने के लीए,
मर मर के जिए है, हम दुआओं में उम्र ले कर.
हार को जीत की इक दुआ मिल गई,
तप्त मौसम में ठंडी हवा मिल गई,
आप आये श्रीमान जी यू लगा,
जैसे तकलीफ को कुछ दवा मिल गई.
मे बद्दुआ तो नही दे रहा हुँ उसको,
मगर दुआ बस यही है,
कि उसे मुझ जैसा फिर कोई ना मिले.
हमने ये तो नहीं कहा की,
आपके लिए कोई दुआ ना मांगे,
बस इतना कहते है की दुआ में,
कोइ आपको ना मांगे.
माँगा करेंगे अब से दुआ हिज्र-ए-यार की,
आखिर को दुश्मनी है दुआ की असर के साथ.
चाँद की चांदनी में एक पालकी बनाई है,
और ये पालकी हमने बड़े प्यार से सजाई है,
दुआ है एहवा तुझसे जरा धीरे चलना,
मेरे यार को बड़ी प्यारी नींद आई है.
वो आ गए मिलने हमसे एक शाम तन्हाई मिटाने,
और हम समझ बैठे इसे अपनी दुआओं का असर.
मेरी वफ़ाएं ये उनकी वफ़ाएं के सामने
जैसे कोई मुसाफिर हो सफर के सामने,
किस्मत तो चाहती हे सिर्फ मेरी तबाही
लेकिन मजबूर हे किसी की दुआओ के सामने.
कशमकश जिंदगी में सदा आती है,
सुकून के ही खातिर दुआ आती है.
सोचता हुँ दुआ में
उन्हें मांग लूँ ,
लेकिन वो तो और किसी
का होना चाहते हैं.
दुआ में दोस्तों की खुशियां मांगता हूं,
उन्हें खुश देखकर मैं खुश होना जानता हूं.
हम आशा करते है की आपको हमारी द्वारा पेश की गई दुआ शायरी बेहद पसंद आई होंगी। यदि आपका कोई कॉमेंट है तो हमारे कॉमेंट सेक्शन में जरूर बताएं और आप ये शायरियां अपने दोस्तो साथियों में जरूर शेयर करे और उन्हें भी कुछ चुनिंदा दुआ शायरियों का आनंद उठाने का अवसर दे.