Dard bhari shayari YouTube par ? हेल्लो दोस्तों आज हम आप को लड़को की दर्द भरी शायरियां पेश कर रही हू अगर आप एक लड़का है, और आप को भी धोखअ मिला है तो जाहिर सिबत है आप दर्दभरी शायरी सुनेंगे, और अगर आप को लडको की शयरी दर्द भरी सुनना है
तो आप मेरा आर्टिकल पूरा पढ़ ले इस में आप को लड़को की शायरी दर्दभरी मिलेंगी ,जिस को आप को सुन कर बहुत ही सुकून मिलेगा ,और आप को अच्छा लगेगा क्यों की जब भी किसी लड़के को धोखा मिलता है, तो अकेले में रोता है और दर्द भरी शायरी सुनता है, लड़कियां तो रोकर भी अपना दर्द जाहिर करती है , पर लड़के तो रो भी नही सकते इस लिए आप मेरे आर्टिकल की शायरी जरुर पढ़े हम लड़को का बास दिल रोता है
मशहूर हो गया हूं तो जाहिर है दोस्त,
थोड़ा अपने से चाल बदल कर चलो,
सीधे चले तो मुमकिन है पीठ पर खंजर ही आएंगे.
अभी सूरज नहीं डूबा जरा सी शाम होने दो,
मैं खुद लौट जाऊंगा मुझे नाकाम होने दो,
मुझे बदनाम करने का बहाना क्यों ढूंढते हो,
मैं खुद हो जाऊंगा बदनाम पहले नाम तो होने दो.
जुदा हो रहे हो तो बोलो मत मैं तुम्हारा था कभी,
तेरी बाहों में मैंने भी वक्त गुजारा था कभी,
और आईने के सामने बैठ कर इतना रोया हूं मैं कि,
आईना भी भूल गया किए शक्श मुस्कुराया था कभी.
किताब के पन्नों पर रोज तुम्हारे इश्क को सजाते हैं,
मोहब्बत में तो है गए तेरे हर लफ्ज मुझे रोज रुलाते हैं.
मौत का खौफ नहीं मुझे बस में उसके ख्याल में आना चाहता हूं,
मेरे मरने से गरीब होता है तुम्हें खुशी-खुशी मर जाना चाहता हूं.
कोई बिछड़ गया है मुझसे मैं उसी का इंतजार कर रहा हूं,
उसे जरा सा भी ख्याल नहीं आता मेरा और मैं उसकी प्यार में पल पल मर रहा हूं.
उसके हर वादे को दिल से लगाते रहे हम,
दर्द से कभी वफा निभाते रहे हम,
न जाने कौन सी मिट्टी के बने थे वह,
हमें खंजर मार कर देख मुस्कुराते रहे वो.
मोहब्बत मिली नहीं कुछ अफसाने बाकी हैं,
जान तो चले गए पर कुछ रस्में निभाना बाकी है,
थोड़ा हट जाओ मेरी कब्र से दूर सब लोग,
उस बेवफा को मेरी कब्र पर झूठे आंसू बहाने है.
उसकी बेवफाई को आज उसको सुना के आया हूं,
उसकी खत्म को टुकड़े-टुकड़े करके आया हूं,
कोई पढ़ना ले उसके घर जाते,
इसीलिए कागजों में भी आग लगा कर आया हूं.
मेरी कलम से स्याही खो गया शायद,
आज वह वफा हो गया शायद,
जब नींद खुली तो पलकों में पानी था,
मेरा ख्वाब है भी मुझ पर रोया था सायद.
यह आईने अब घर के समझते क्यों नहीं,
वो जुल्फों के साए बिखरते क्यों नहीं,
लगता है ऐसे के बिछड़े हैं हम अभी अभी,
भूले से भी मैं उसे भूलता क्यों नहीं.
पत्थरों से प्यार किया नादान थे हम,
गलती हुई क्योंकि इंसान के थे हम,
जिन्हें नजरें मिलाने में तकलीफ होती है,
कभी उन्हीं की हम जान हुआ करते थे.
मोहब्बत के भी कुछ अंदाज होते हैं,
जागती आंखों के भी कुछ ख्वाब होते हैं,
जरूरी नहीं कि गम में आंसू निकलते हैं,
मुस्कुराती आंखों में भी सैलाब होते हैं.
हर कोई इतनी जल्दी बदल जाता है ना,
जिसे मेरा हाथ पकड़ना चाहिए था,
वह मेरी एक गलती पकड़ कर बैठ गए.
यह क्या हुआ कि हमारा दिल हमारा नहीं लगता,
एक आपके चेहरे से सुंदर कोई नजारा नहीं लगता,
और उस चांद को गुरूर था बहुत खुद पर,
हमने आपकी तस्वीर दिखा दी,
अब वह खुद को भी प्यारा नहीं लगता.
पलकों की किनारे हमने भिगोए नहीं,
वह समझते रहे कि हम रोए नहीं,
पूछते हैं कि तुम ख्वाबों में किसी याद करते हैं,
अभी कैसे बताएं हमें कि वर्षों से सोए नहीं है.
मैं रिश्ता बचाने के लिए झुकता रहा,
उसने तो मुझे गिरा हुआ ही समझ लिया.
कि बाती कोई उम्मीद की जलती नही है,
हमारे बीच ज्यादा कुछ बनती नहीं है,
की शिकायत है मुझे उस लड़की से,
वह मेरा फोन सुनती तो है वो करती नहीं है.
तरसती दो निगाहों में रहकर,
मैं जलता रहा तेरी छांव में रहकर,
महफूज नहीं होता सुकून का जरिया,
यह लिखा हमने किसी की बाहों में रहकर.
तेरी गुनाहों की सजा नहीं माफी नहीं है,
मैं तुझे कुछ नहीं कह रहा,
क्या इतना तेरे लिए काफी नहीं है.
किसी का दिल इतना भी मत दुखाओ,
कि वह खुदा के सामने तुम्हारा नाम ले कर रो पड़े.
इस हुस्न पर तुम्हें गुमान कैसा है,
और बताओ तुम्हारे शहर का आसमान कैसा है,
तुम तो कहती हो तुम सिर्फ मेरी हो,
तो तुम्हारी गर्दन पर यह निशान कैसा है.
नफरतों के शहर में चालाकियों के डेरे हैं,
यहां पर लोग भी रहते हैं यह तेरे मुंह पर तेरे और मेरे मुंह पर मेरे हैं.
यह मुझसे नजरें चुराना ठीक है क्या,
कि माना वो को दोस्त है तुम्हारा,
हर बार गले लगाना ठीक है क्या.
मैं ना वह लड़का हूं जो प्यार में,
जो प्यार में जन्नत दिखा सकते हैं और नफरत में औकात.
क्या दुश्मनी थी तुम्हारे हमसे,
जो हमारी हस्ती खेलती आंखें नम कर दी,
मैं तो तुम्हारी जिंदगी जन्नत करने आया था,
तुमने मेरी जिंदगी क्यों जहन्नम कर दी.
इतना अकेला हूं ना कि खुद ही खुद को सुलाने लगा,
बिस्तर पर लेट कर खुद ही खुद को थपथपाने लगा,
और सोते सोते मेरी आंखो से कुछ बूंदे गिरी,
लगता है मेरे ख्वाबों में भी कोई तुम्हे चाहने लगा है.
मैं अच्छा नहीं हूं किसने कहा,
मुझे उससे एक बार मिलवा दो,
चलो चलो मान लिया लाख बुराइयां है मुझ में,
अपनी कोई एक मुझे भी गिनवादो.
एक मरते हुए लड़के ने अपने गर्ल फ्रेंड के लिए लिखा है.
तेरी मांग में सिंदूर उसने अभी डाला भी ना होगा,
तुम मेरी ना हुई तो मर जाऊंगा मैं देख मैंने अपना वादा निभा भी दिया,
वो देख मौत आ रही है मेरी बहुत दर्द फील हो रहा है,
जनता हूं वो दूर उस शहर में लाल मंडप पे रो रही है,
गले मे मंगलसूत्र पहनाया भी ना होगा,
मुझे सब ने नहला भी दिया होगा,
तू कहती थी ना मेरे जिस्म को तेरे सिवा कोई छू न सकेगा,
तूने शादी का लाल जोडा अभी उतारा भी ना होगा,
देख सफेद कफन मुझे पहना भी दिया होगा,
मुझे छोड़ जाने की गैरत नही तुझे अभी छुआ भी ना होगा,
और इधर मेरे अपनो ने मुझे दफना भी दिया होगा,
तेरा नया दिलबर तेरे करीब आया भी ना होगा,
और इधर मौत ने मुझे गले से लगा भी लिया होगा,
उम्मीद करते है की आप को मेरे द्वारा पेश की गयी लड़को की श्यारियां दर्दभरी बहुत ही पसंद आई होंगी यदि आप को भी धोखा मिला है तो आप को ये सयारियां बहुत पसंद आई होंगी, अगर आप को पसंद आई हो तो आप इस को अपने दोस्तों में भी shere करे और अगर आप का कोई कमेन्ट हो बतो आप मुझे कमेन्ट बॉक्स में जरुर बताये |