Bewafa ki shayari video ? हेलो दोस्तों आज हम आपको अपने इस आर्टिकल मे बेवफा शायरी पेश कर रहे है ,यदि आप से भी किसी ने बेवफाई की है, तो आप मेरे इस आर्टिकल को जरूर पढ़े और मेरे आर्टिकल से शायरियों को अपने स्टेटस और फेसबुक स्टोरी लगाकर आप उसको दिखा सकते हैं,
कि उसकी बेवफाई आपको कितना तड़पा रही हैं बहुत से लोगों को प्यार में बेवफ़ाई मिलती है, यदि आपकी गर्लफ्रेंड भी बेवफा निकली है तो आप मेरे इस आर्टिकल को पूरा पढ़ ले उसमें आपको बेवफा शायरियां बहुत ही नए अंदाज में मिलेंगी जिससे आप पढ़ कर व्हाट्सएप स्टेटस फेसबुक स्टोरी लगाकर आप उसे एहसास करा सकते हैं ,कि उस शख्स ने आपके साथ प्यार में बेवफाई की है, ताकि उसको भी पता चले कि बेवफा किसे कहते हैं
ये बेवफा वफा की कीमत क्या जाने,
है बेवफा गम ऐ मोहब्बत क्या जाने,
जिन्हें मिलता है हर मोड़ पर नया हमसफर,
वह भला प्यार की कीमत क्या जाने.
दिल जानता है मगर मानता नहीं है,
मोहब्बत बेवफा हो गई है दिल मानता नहीं है.
तुम बदले तो मजबूरियां है बहुत,
हम बदले तो बेवफा है.
बेवफाई उसकी मिटाकर आए हैं,
खत उसके पानी में बहा कर आए हैं,
पढ़ ले ना कोई उस बेवफा की यादों को,
इसलिए पानी में भी आग लगा कर आए हैं.
बेवफा इश्क पर कभी ऐतबार ना करना,
जिंदगी अनमोल होती है एतराज ना करना,
मिलता है चाहने वाला किस्मत से यारों,
जोड़-तोड़ से इश्क में कभी करार न करना.
तुझसे दूर रहना तड़पाने लगा है,
कैसे कहे बेवफा तुझको तू हर पल याद आने लगा है,
हसरते जिंदा है अभी तन्हाई की गलियों में,
तेरा हंसना और मुस्कुराना सब दिल को भुलाने लगा है.
कैसे बुरा कह दूं तेरी बेवफाई को,
यही तो है जिसने मशहूर किया है मुझे.
बहुत अजीब है मोहब्बत करने वाले बेवफ़ाई करो तो रोते हैं,
और वफ़ा करो तो रुलाते हैं.
मुझे कोई फर्क नही पड़ता उसके बात करने या ना करने से,
जब बेवफा ने छोड़ दिया मुझे किसी और के लिए,
तो मै क्यों तड़पू उस बेवफा के लिए.
वो बेवफा हमारा इम्तिहान क्यो लेगी,
मिलेगी नजरो से नजर तो नजरे झुका लेगी,
उसे मेरी कब्र पर दिया मत जलाने देना,
वो नादान है पगली अपना हाथ जला ले.
अपने गुरु को आजमाने की जिद थी,
वरना हमें भी मालूम था कि तुम बेवफा हो जाओगे.
अपनी ही एक ग़ज़ल से कुछ यूं खफा हूं,
मैं जिक्र था जिस बेवफा का वही बेवफा हूं मैं.
महफिल ना सही तन्हाई तो मिलती है,
मिले हम ना पर जुदाई तो मिलती है,
प्यार में कुछ नही मिलता,
बेवफाई तो मिलती है.
हसीनो ने हसीन बनकर गुनाह किया,
औरों को तो क्या हम को भी तबाह किया,
पेश किए जब गजलों में हमने उनकी बेवफाई को,
और ने तो क्या उन्होंने भी वाह-वाह किया.
कभी जो हमसे प्यार बेशुमार करते थे,
कभी जो हम पर जान निसार करते थे,
भरी महफिल में हमको बेवफा कहते हैं,
जो खुद से ज्यादा हम पर एतबार करते थे.
उसके चेहरे पर इस कदर नूर था,
कि उसकी याद में रोना भी मंजूर था,
बेवफा भी नहीं कह सकते उसको जालिम,
प्यार तो हमने किया है वह तो बेकसूर था.
यूं तो तन्हा नहीं होता,
चाह कर किसी से जुदा नहीं होता,
मोहब्बत को मजबूरियां ले डूबती है,
वरना खुशी से कोई बेवफा नहीं होता.
मैंने प्यार किया बड़े होश के साथ,
मैने प्यार किया बड़े जोश के साथ,
पर अब हम प्यार करेंगे बड़ी सोच के साथ,
क्यों की उस बेवफा को देखा किसी और के साथ.
निष्कर्ष
हेलो दोस्तो आशा करते हैं , कि आपको हमारी शायरियां बहुत ही पसंद आई होंगी ,यदि आपको भी प्यार में बेवफाई मिली है तो आपको शायरी पसंद आई होगी, अगर मेरी तरफ इसकी शायरी आपको पसंद आई हो तो आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों में जरूर शेयर करें , और यदि आपको कोई कमेंट हो तो आप कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं ,और हमारे शायरियों को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें