Dhaniya ki kheti kaise kare? dhaniya ki buvai kaise kare? धनिया की खेती किसी भी प्रकार की मिटटी में की जा सकती है| धनिया को कई राज्यों में उगाया जाता है| जैसे- महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, मध्य प्रदेश, गुजरात और उत्तरांचल|
धनिया मसाले और सब्जियों में एक महत्वपूर्ण फसल है|dhaniya ki kheti ke liye khet ko kaise taiyar kare? dhaniya ki kheti ke liye jalvayu kaisi honi chahiye? dhaniya ki paidawar kitni hoti hai?
इसको रबी के मौसम में उगाया जाता है| धनिया की पत्तियों में विटामिन A और C पाई जाती है| धनिया के सूखे बीज से धनिया पाउडर और ताजी पत्तियों से चटनी बनाई जाती है| कई प्रकार के खाने में धनिया का प्रयोग किया जाता है|
धनिया की खेती के लिए जलवायु कैसी होनी चाहिए ? What should be the climate for the cultivation of coriander?
धनिया की खेती के लिए सुखा और ठण्डा वातावरण अच्छा रहता है| इसलिए धनिया को रबी के मौसम में उगाया जाता है| धनिया की फसल को भारी बारिश या मौसम परिवर्तन से नुकसान पहुचता है| हरी पत्तिया बसंत और शरद ऋतु में अच्छी तरह विकास नही करती है|
धनिया की खेती के लिए खेत कैसा होना चाहिये ? What should be the field for cultivation of coriander?
धनिया की खेती सिंचित और असिंचित दोनों क्षेत्रो में किया जा सकता है| इसको किसी भी मिट्टी में उगाया जा सकता है| अगर बिना सिंचित वाली जमीन पर धनिया की खेती करना चाहते है, तो ज्यादा नमी वाली काली जमीन को चुने| धनिया की खेती के लिए क्षारीय और रेतीली जमीन अनुकूलित नही होती है|
धनिया की खेती के लिए खेत को कैसे तैयार करे? How to prepare the field for coriander cultivation?
पहले बोई फसल की कटाई के बाद हल्की जुताई करे| सिंचित फसल के लिए अगर जमीन में नमी कम हो, तो धनिया की बुवाई से पहले एक बार सिचाई जरुर करे| धनिया की बुवाई के समय खेत मे अच्छी नमी होनी चाहिए| जिससे धनिया की फसल का अच्छा विकास हो सके|
धनिया मुख्य रूप सुखी और सिंचित क्षेत्रो में उगाई जाती है| अगर बारिश हुई, तो जमीन की नमी के लिए गहरी जुताई करे|
धनिया की कौन – कौन सी किस्मे होती है ? What are the varieties of coriander?
धनिया की कुछ किस्मे इस प्रकार है –
- गुजरात धनिया -1
- गुजरात धनिया -2
- सी ओ -1
- सी ओ – 2
- सी ओ -3
- स्वाति
- राजेंद्र स्वाति
- साधना
- आर सी आर -41
धनिया की बुवाई कब करे और कितनी दूरी पर होनी चाहिए ? When to sow coriander and what should be the distance?
धनिया को रबी के सीजन में मूल रूप से भारत और आंध्र प्रदेश के उत्तर और मध्य भागो में उगाया जाता है| धनिया की बुवाई 15 अक्टूबर से 15 नवम्बर तक की जाती है| कुछ राज्यों के क्षेत्रो में देर से खरीफ के सीजन में उगाया जाता है|
इसके रोपण का समय अगस्त से सितम्बर के बीच आता है| धनिया के दो पंक्तियों की दुरी 30 सेंटीमीटर होनी चाहिए , और दो पौधों की दूरी 10 से 15 सेंटीमीटर रखे|
धनिया की सिचाई कब कर सकते है ? When to irrigate coriander?
धनिया की बुवाई के 30 से 35 दिन बाद पहली सिचाई करे| उसके बाद दूसरी सिचाई 55 से 60 दिन बाद करे| तीसरी सिचाई दूसरी सिचाई से 70 से 75 दिन बाद करे| चौथी सिचाई तीसरी सिचाई के 90 से 95 दिन के अंतर पर करे|
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धनिया की निराई/गुड़ाई कैसे करे ? How to weeding / hoeing coriander?
धनिया की बुवाई के 30 दिन बाद पहली निराई- गुड़ाई करे| पत्तिया कम हो जाती है, क्योकि प्रति पौधे में दो पौधे निकलते है| धनिया के विकास के आधार पर एक या दो निराई – गुड़ाई कर सकते है|
धनिया के खेत में खाद का कितना प्रयोग करे ? How much fertilizer should be used in coriander field?
धनिया की खेत सड़ी गोबर की खाद 10 से 15 कुंतल प्रति हेक्टेयर प्रयोग करे| आखिरी तैयारी के समय लगभग 10 टन खाद प्रति हेक्टेयर लगाया जाता है| रासायनिक खाद और नाइट्रोजन को दो से तीन बार फसल में दे|
धनिया की कटाई कैसे और कब करे ? How and when to harvest coriander?
धनिया सामान्य रूप से लगभग 90 से 110 दिन में पककर तैयार हो जाती है| ऐसा किस्मो और मौसम के आधार पर होता है| धनिया की कटाई तब करे, जब फसल का हरा रंग भूरा हो जाएँ|
पौधों की कटाई के बाद खेत में छोटे – छोटे ढेरो में बांध ले| उसके बाद लाठी या हाथो से फसल को रगड़ कर पोला कर दे| धनिया के बीज को आर्थिक रूप से छाया में सुखाए| सुखाने के बाद धनिया के बीजो को बोरो में भर कर रख दे|
धनिया की पैदावार कितनी होती है ? What is the yield of coriander?
धनिया की पैदावार की बात करे| तो यह किस्म और मौसम के आधार पर होती है| वर्षा की औसत में धनिया की पैदावार 400 से 500 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर होती है| और सिचित क्षेत्रो में धनिया की पैदावार 600 से 1200 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर होती है|