Islamic couple shayari | इस्लामिक कपल शायरी : हेलो दोस्तों आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में Islamic couple shayari पेश कर रहे हैं अगर आप भी Islamic couple shayari के दीवाने हैं आपको Islamic couple shayari पढ़ना और अपने पार्टनर को सुनना बहुत ही पसंद है और आपकी जोड़ी बहुत ही खूबसूरत और सलामत है तो आप हमारे द्वारा लिखी गई शायरियों को सुना सकते हैं या उन्हें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भेज सकते हैं.
अगर आपको इस्लामिक कपल शायरियां चाहिए तो आप मेरे आर्टिकल को पूरा पढ़े इसमें आपको इस्लामिक कपल शायरियां मिल जाएंगी यह शायरियां पढ़ने में इतनी खूबसूरत हूं कि तुम्हें पढ़ने के बाद आपके दिल में एक अजीब सा प्यार भरा एहसास गुदगुदाने लगेगा और आप इन शायरियों को जिस भी व्यक्ति को भेजेंगे वह भी खुश हो जाएगा.
दर्द की शाम हो या सुख का सवेरा हो,
सब गवारा है मुझे साथ बस तेरा.
एक मर्द की मोहब्बत,
तब तक सच्ची नहीं हो सकती,
जब तक वह दूसरी औरत के,
एहतेराम में नजरें ना झुका ले.
तुम मेरी वह ख्वाहिश हो जिसके पूरी होने,
के बाद मुझे कोई हसरत नहीं रही है.
हो जाए शरीयत के मुताबिक तेरी मेरी शादी,
साथ में रोजा रखे मांगेंगे उस रब से गुनाहों की माफी.
نہ تمہیں ہوش رہے اور نہ مجھے ہوش رہے
اس قدر ٹوٹ کے چاہو مجھے پاگل کر دو
नमाज और कुरान के बाद,
अगर रूह को सुकून देने वाली कोई चीज है,
तो वह शौहर और बीवी की मोहब्बत है.
खूबसूरत रिश्ता है मेरे और शौहर के बीच,
ज्यादा हम मांगते नहीं कम वह देता नहीं.
पहले गुस्सा हो जाना फिर प्यार से
मानना तेरी ये अदा भी कमल की है
कमबख्त मोहब्बत जो तुमसे हम करते हैं
लोग ना जाने क्यों हमें देख कर जलते हैं
खुश रहे हम दोनों सलामत रखे खुदा
जो बना है हमारा मियां बीवी का रिश्ता
यह टूटे ना कभी और ना हों हम कभी जुदा
अगर दे अल्लाह तो कोई छीन नहीं सकता
अगर वो छीन ले तो कोई दे नहीं सकता।।
عہد رفاقت ٹھیک ہے لیکن مجھ کو ایسا لگتا ہے
تم تو میرے ساتھ رہو گی میں تنہا رہ جاؤں گا
प्यार का तो पता नहीं पर खुदा !!
एक दोस्त ऐसा दे जो मोहब्बत को भी मात दे दे !!
जिस शख़्स के दिल में जितनी ज़्यादा हिर्स होती है !!
उसे अल्लाह पर उतना ही कम यक़ीन होता है !!
Teri Chahat Ka Aisa Nasha Chadha Hai Ke Shayari,
Hum Likhte Hain Aur Dard Parhne Walon Ko Sehna Parta
वो गुनाहगार की दुआ भी सुना करता है !!
ए इंसान हाथ मायूस नहीं होंगे उठा के तो देख !!
न आना मौत की अभी मेरा किरदार बाकि हे !!
लाया था जो अपने रब से वो उधार बाकि हे !!
दीद तो हो गई बहोत खुशियो की ग़ालिब !!
लेकिन अभी आक़ा के रोज़े का दीदार बाकि हे !!
या रब सुना है की जुम्मे का दिन !!
ईद की तरह होता है !!
हर एक की दुआ कबूल होती है !!
आज तुझसे मैं मांग रहा हूँ !!
और वो भी बाकि सब को जुम्मा मुबारक !!
हम दुनियां को दिखाने तेरे साथ जायेंगें
तुम कब्र में दफ़न होंगीं
हम तुम्हारे दिल में दफ़्न होएंगें
उनके क़तल करने की
तरक़ीब तो देखो
जब गुज़रे उनके क़रीब से
तो नक़ाब हटा दिया।
Tujh Mein Khoya Rahoon Main, Mujh Mein Khoya Rahe Tu,
Khud Ko Dhund Lenge Phir Kabhi
कभी याद आती है कभी उनके ख्वाब आते हैं,
मुझे सताने के सलीके तो उन्हें बेहिसाब आते हैं।
तुम्हारी सबसे बड़ी जीत पता है क्या है,
उस इंसान को अपनी दुआओं से हाशिल कर लेना,
जिसके मिलने की तुम्हें उम्मीद ही ना हो.
दुआ करो जो जिसके लिए बना है,
वह उससे मिल जाए किसी और की,
चाहत किसी और के दिल में ना आए.
वह बेवफाई भी नहीं करते वफा भी नहीं करते,
डर है हमें वह डाटेंगे भी नहीं,
माना लेते उनको जो होते खफा हो हमसे
कैसे बनाए हैं उनको वह हमसे खफा भी नही.
मोहम्मद ने फरमाया,
अपनी बीवी को राजी और खुशी रखो,
क्योंकि कयामत के दिन तुम्हारे हक,
में सबसे पहले गवाही वह देगी.
क्या खूब दिल्लगी की है,
इस दिल ने तुमसे ए जान,
मोहब्बत भी तुम आज भी,
तुम और जरूरत भी तुम.
तुझको मालूम है कितने तलब गार हैं,
पूछो उन हसरतों से जो रोज लिखते हैं,
दुआओं में नाम तेरा.
बेहतरीन हमसफर की सबसे बड़ी वसीयत यह है,
कि आप से नाराजगी के बावजूद आपकी फिकर,
और आपका ख्याल रखना न छोड़े.
मुझे तो बस वही शौहर चाहिए जो,
मुझे जबरदस्ती फजर की नमाज के लिए उठाए.
जिस रब ने दिल मिलाया है,
इंशा अल्लाह वह नसीब भी मिला देगा.
क्या जरूरी था उनका खफा होना,
मुझे तो वैसे भी छोड़ सकते थे.
या अल्लाह मुझे ऐसा हमसफर देना,
जो मुझे दीन के और करीब कर दे.
हूरों से कह दो की किसी गुमान में ना रहे,
तू फर्श पर भी मेरा है और अर्श पर भी मेरा है.
अल्लाह गवाह है मेरी हर दुआ की,
पहली दुआ हो तुम.
पता नहीं कैसा जादू है आपके प्यार में,
किसी और के बारे में सोचने का,
दिल ही नहीं करता.
मुझे उस दिन का इंतजार है,
जिस दिन आपकी राजी और,
मेरी राजी एक हो जाएगी.
न जाने कौन सी दौलत है,
तेरे इस लहजे में बात करते होते,
दिल खरीद लेते हो.
ए जान रख कर सजदे में सर अपना,
रब से आज भी तुम्हे मंगा है,
तुम दुनिया को भूल जाओगी,
मैं तुम्हें इतना चाहूंगा.
किस्मत वाले होते हैं वह उनकी मोहब्बत,
को निकाह की मंजिल मिलती है.
खुदा करे कभी उदासी छू कर भी ना गुजरे,
तेरे चेहरे को इन आंखों की हर हसरत है,
कि जब भी तुम्हें देखें हंसता हुआ देखें.
गलती करने पर आपको छोड़ जाए,
वह नहीं गलती करने पर जो आपको ,
समझाए सच्चा प्यार है.
जुबान तो कह नहीं सकती तुम्हें एहसास तो होगा,
मेरी आंखों को परख लेना मुझे तुमसे मोहब्बत है.
जोरू का गुलाम कहना हो तो कह देना,
मैं तो उसे सिर पर बैठा कर रखूंगा जो,
मेरे लिए अपना घर छोड़कर आएगी.
लोग इश्क में शराब पीकर गिरते हैं मुझे,
तेरे इश्क ने खुदा के आगे गिरना सिखा दिया.
खुदा हम दोनों को कभी जुदा ना करें,
क्योंकि हम दोनों एक दूसरे के बिना अधूरे हैं.
उसकी मोहब्बत ने इबादत करना सिखा दिया,
कि अब हर दुआ में बस उसी को मांगता हूं.
निष्कर्ष
दोस्तों आशा करते हैं, कि आपको हमारे द्वारा पेश की गई इस्लामिक कपल शायरियां बहुत पसंद आई होंगी अगर आप भी इस्लाम धर्म के हैं और आपको शायरियां पढ़ना पसंद है तो आप मेरी शायरियों को पढ़ सकते हैं और इन्हें अपने दोस्तों में शेयर कर सकते हैं. उम्मीद करते हैं आपकी तरह आपकी लिखी गई यह शायरियां पसंद आएंगी.