gulzar love shayari | गुलजार लव शायरी : दोस्तों आज हम आप लोगों को गुलजार लव शायरी बताएंगे क्योंकि आजकल सभी की जिंदगी में कोई ऐसा खास इंसान जरूर होता है जिसको वह कभी खोना नहीं चाहता है वह अपनी जिंदगी के हसीं पल उस इंसान के साथ बिताना चाहता हैं तो आज हम आप लोगों को यहां पर ऐसे ही शायरी बताएंगे.
जिनके माध्यम से आप अपने दिल की बात या अपने प्यार का इजहार कर सकते हैं क्योंकि लोग जब एक दूसरे से प्यार करते हैं और बात करते हैं तो उन्हें प्यारी प्यारी शायरी भेजते हैं और अपने दिल की बात शायरी के माध्यम से बताते हैं.
कुछ लोग ऐसे होते हैं जो ऐसे इंसान को पसंद करते हैं जो उसको कभी मिल नहीं सकता है और ना ही अपने दिल की बात उस इंसान को बता पाते हैं इस तरह से वह एक तरफा प्यार करते रहते हैं. अगर आप भी किसी को पसंद करते हैं तो हम यहां पर गुलजार लव शायरी बताएंगे जिसके माध्यम से आप उसे व्हाट्सएप पर किया स्टेटस पर शायरी लगाकर अपने मन की बात बता सकते हैं.
गुलजार लव शायरी हिंदी में | Gulzar love shayari in hindi
मैं हर रात सारी ख्वाहिशों को खुद से पहले सुला देता,
हूँ मगर रोज़ सुबह ये मुझसे पहले जाग जाती है।
मुझसे तुम बस मोहब्बत कर लिया करो,
नखरे करने में वैसे भी तुम्हारा कोई जवाब नहीं!
हम अपनों से परखे गए हैं कुछ गैरों की तरह,
हर कोई बदलता ही गया हमें शहरों की तरह….!
वो मोहब्बत भी तुम्हारी थी नफरत भी तुम्हारी थी,
हम अपनी वफ़ा का इंसाफ किससे माँगते..
वो शहर भी तुम्हारा था वो अदालत भी तुम्हारी थी.
तुम्हे जो याद करता हुँ, मै दुनिया भूल जाता हूँ ।
तेरी चाहत में अक्सर, सभँलना भूल जाता हूँ ।
“खता उनकी भी नहीं यारो वो भी क्या करते,
बहुत चाहने वाले थे किस किस से वफ़ा करते !”
कोई पुछ रहा हैं मुझसे मेरी जिंदगी की कीमत,
मुझे याद आ रहा है तेरा हल्के से मुस्कुराना।
सालों बाद मिले वो
गले लगाकर रोने लगे,
जाते वक्त जिसने कहा था
तुम्हारे जैसे हज़ार मिलेंगे.
मैं हर रात सारी ख्वाहिशों को खुद से पहले सुला देता, हूँ
मगर रोज़ सुबह ये मुझसे पहले जाग जाती है।”
धड़कते हुए दिल का करार हो तुम,
सजी हुई महफिलों की बहार हो तुम,
तरसती हुई निगाहों का इंतजार हो तुम,
मेरी जिंदगी का पहला और आखिरी प्यार हो तुम।
हर शख्स को दीवाना बना देता है इश्क,
जन्नत की सैर करा देता है इश्क,
दिल के मरीज हो तो कर लो मोहब्बत,
हर दिल को धड़कना सिखा देता है इश्क।
फिजा से महकती खुशबू की बरसात हो जाए,
मेरा यार आए तो मौसम भी गुले गुलजार हो जाए।
कुछ लोग प्यार करते हैं निभाने के लिए,
कुछ लोग प्यार करते हैं भूल जाने के लिए,
प्यार करो तो ऐसा करो कि दोनों तड़पे,
एक दूसरे के पास आने के लिए।
किसी के रोज मिलने से प्यार हो ना हो,
लेकिन किसी से रोज बात करने से उसकी आदत जरूर हो जाती है..!
देखा है जबसे तुमको मेरा दिल नहीं है बस में,
जी चाहे आज तोड़ दूं दुनिया की सारी रस्में,
तेरा साथ चाहता हूं, तेरा हाथ चाहता हूं,
बाहों में तेरी रहना मैं दिन रात चाहता हूं।
इश्क का तेरे यकीन बन जाऊं,
दर्द में तेरे सुकून बन जाऊं,
तुम रखो कदम जिस जगह पर भी,
खुदा करे मैं वह जमीन बन जाऊं…!
रोमांटिक गुलजार लव शायरी | Romantic gulzaar love shayari
मन ही मन करती हूं बातें,
दिल की हर एक बात कह जाती हूं,
एक बार ले लो बाहों में अब तो सजना,
यही हर बार कहते-कहते रुक जाती हूं…!!!
मेरी हर सांस में तुम हो,
मेरी हर खुशी में तुम हो,
तेरे बिन जिंदगी कुछ नहीं है,
क्योंकि मेरी पूरी जिंदगी ही तुम हो……
प्यार की फीलिंग किसी खास शख्स के लिए ही दिल में पैदा होती है,
वरना तो शादी के सात फेरों और साथ में रहने के बाद भी प्यार नहीं होता है ।
मेरे दर्द को भी आह का हक है,
जैसे तेरे हुस्न को निगाह का हक है,
मुझे भी एक दिल दिया है भगवान ने,
मुझ नादान को भी एक गुनाह का हक है..!!!
आधी रात को सपना आ जाता है,
फिर सोना मुश्किल हो जाता है,
खुदा की कसम यारों मैंने प्यार नहीं किया,
ये प्यार तो अपने आप ही हो जाता है।
वो मोहब्बत जो तुम्हारे दिल में है,
उसे जुबां पर लाओ और बयां कर दो,
आज बस तुम कहो और कहते ही जाओ,
हम बस सुने ऐसे बे जुबान कर दो।
तेरा चेहरा रात का तारा लगता है,
ये तारा कितना प्यारा लगता है,
तुझसे मिलकर इमली भी मीठी लगती है,
और तुझसे बिछड़ कर शहद भी खट्टा लगता है।
तुझे देखते ही मेरा खिलना एक तरफ,
घर पे झूठ बोलकर तुझसे मिलना एक तरफ।
जाने क्यों मुझे रोना नहीं आता,
जाने क्यों अपना दर्द ए दिल बताया नहीं जाता,
लोग अक्सर साथ छोड़ देते हैं मेरा बीच राह में,
शायद मुझे ही रिश्ते निभाना नहीं आता।
हमने कहा उनसे हम बहुत रोते हैं तुम्हारे लिए,
वह बोले रोते तो सब हैं तो क्या हम सबके हो जाए ।
तुम्हारी एक झलक ने दीवाना कर दिया,
मौसम भी एकदम से सुहाना कर दिया,
तुम्हारी तारीफ करते थक नहीं रहे हम,
ना चाहते हुए भी थकने का बहाना कर दिया..!!
वो चेहरे जो रोशन है लौ की तरह,
उन्हें ढूंढने की जरूरत नहीं,
मेरी आंख में झांक कर देख लो,
तुम्हें आईने की जरूरत नहीं….
जरूरी नहीं है कि इश्क में बाहों के सहारे ही मिले,
किसी को जी भर के महसूस करना भी मोहब्बत साहब ।
इस एक तरफा इश्क का कुछ तो स्वाद होगा,
अगर मुझे सब कुछ याद है तो तुझे भी तो कुछ याद होगा ।
रोता वही है जिसने महसूस किया हो सच्चे रिश्ते को,
वरना मतलब का रिश्ता रखने वालो की आंखों में न शर्म होती है ना पानी ।
मांगा नहीं रब से तुम्हें
लेकिन इशारा तुम्ही पर था
नाम बेशक नहीं लिया
मगर पुकारा तुम्हीं को था….
दोस्ती के बाद मोहब्बत हो सकती है,
मोहब्बत के बाद दोस्ती नहीं,
क्योंकि दवा मरने से पहले काम आती है
मरने के बाद नहीं।
जो जाहिर करना पड़े वह दर्द कैसा,
और जो दर्द ना समझ सके वह हम दर्द कैसा।
काश ! हमारा प्यार भी पेट्रोल डीजल की तरह होता ,
जो हर दिन की तरह बस बढ़ता ही जाता…..
जी भर के देखूं तुझे अगर तुझको गवारा हो…
बेताब मेरी नज़रें हो और प्यार तुम्हारा हो…
जान की फिक्र हो ना जमाने की परवाह हो…
एक तेरा प्यार जो सिर्फ और सिर्फ हमारा हो…!!
तुझे भूल जाने के लिए क्या-क्या कर रहा हूं,
आंसू, खामोशी, उदासी सभी की कीमत अदा कर रहा हूं मैं !!!
इस दौर के लोगों में वफ़ा ढूंढ रहे हो,
बड़े नादान हो साहब
जहर की सीसी में दवा ढूंढ रहे हो..!!!
वह मोहब्बत भी तुम्हारी थी,
नफरत भी तुम्हारी थी,
हम अपनी वफा का इंसाफ किससे मांगते,
वो शहर भी तुम्हारा था,
वो अदालत भी तुम्हारी थी ।
हम समझदार भी इतने हैं के
उनका झूठ पकड़ लेते हैं
और उनके दीवाने भी इतने के फिर भी
यकीन कर लेते है
इश्क के दरिया में डूब के पार उतर जाएंगे,
एक दूजे की बाहों में आकर सवर जाएंगे,
बसाये रखेंगे सदा एक दूजे को इस दिल में,
जो कभी बिछड़े तो हम दोनों ही मर जाएंगे
मांग लुंगी तुझे अब तकदीर से,
क्योंकि अब मेरा मन नही भरता है तेरी तस्वीर से
हर रात एक धुन गुनगुनाती है,
हर फूल से महक आती है,
हमारा ख्याल आपको आये या न आए,
लेकिन हमे तो बस आपकी ही याद आती है.
कितना चाहता हूँ तुझे मुझे बताना नही आता,
बस इतना जानता हूँ मुझे तेरे बिन रहना नही आता
अपने दिल की जमाने को बता देते हैं,
हर एक राज से परदे को उठा देते हैं,
आप हमें चाहें न चाहें गिला नहीं इसका,
जिसे चाह लें हम उसपे जान लुटा देते हैं
गुलजार लव शायरी इंग्लिश में | Gulzaar love shayari in english
Jab labo pe hasi rhegi,
To aankho se nami nikl jaegi
Jab khoobiya dekh loge zindgi me
To sari kmi nikl jaegi
Apni zindagi ka alag usool hain
Pyar ki khatir to kante bhi qubool hai
Hans ke chal du kaanch ke tukdo par
Agar pyar kahe ye mere bichaye hue phool
Ek sukoon sa milta hai,
jab tum paas hote ho.
Uski Mohabbat Ka Silsila Bhi,
Kya Ajeeb Silsila Tha,
Apna Banaya Bhi Nahi Aur,
Kisi Ka Hone Bhi Na Diya.
Soch milni chahiye
dil toh apne aap hi mil jaate hai.!