दर्द भरी शायरी | Dard bhari shayari : नमस्कार दोस्तो,आज हम दर्द के बारे में थोड़ी सी चर्चा कर लेते है दर्द या पीड़ा एक अप्रिय अनुभव होता है एक अप्रिय संवेदी भावनात्मक अनुभव जो कि वास्तविक या संभावित हानि से संबंधित होता है.
जिंदगी में अपने भी कभी न कभी किसी प्रकार के दर्द का अनुभव तो किया ही होगा.लेकिन किसी से प्यार में मिलने वाले दर्द की बात ही अलग है “इश्क जितना हंसाता है उससे कहीं ज्यादा रुलाता भी है”तो दोस्तो प्यार में मिले दर्द को शायरी के माध्यम से व्यक्त करने के लिए हम आपके लिए कुछ चुनिंदा दर्द भरी शायरियो का संग्रह लेकर आए है.
हमारा अनुभव आपकी सफलता
जो नजर से गुजर जाया करते हैं,
वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं,
कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते,
बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं.
कोई मरता नहीं किसी के लिए ये सच है मगर ये सच है कोई मर मर के जीता है किसी के लिए
तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है
जिसका रास्ता बहुत खराब है,
मेरे ज़ख्म का अंदाज़ा न लगा
दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है.
आधा ख्वाब, आधा इश्क़, आधी सी है बंदगी,
मेरे हो…पर मेरे नही.. कैसी है ये जिंदगी.
रोने की सज़ा न रुलाने की सज़ा है
ये दर्द मोहब्बत को निभाने की सज़ा है,
हँसते हैं तो आँखों से निकल आते हैं आँसू
ये उस शख्स से दिल लगाने की सज़ा है.
ना मेरा दिल बुरा था ना उसमे कोई बुराई थी,
बस नसीब का खेल है,क्योंकि किस्मत में जुदाई थी.
ना आंसूओं से छलकते हैं
ना काग़ज़ पर उतरते हैं,
दर्द कुछ होते हैं ऐसे जो बस
भीतर ही भीतर पलते हैं.
रोज़ उदास होते है हम,और रात गुजर जाती है,
कहने को तो जी रहे है लेकिन,
हर पल हर लम्हा सांस निकलती जाती है.
अजीब लगा यूं उनका मुझको छोड़ के जाना,
ना सुना कुछ और कहा भी कुछ नहीं,
आसान नहीं था यूं उनसे जुदा होकर रहना,
फिर जुदा होकर अब कुछ रहा भी नहीं.
बड़ी हसरत थी कोई हम्हे टूट कर चाहे,
लेकिन हम ही टूट गए किसी को चाहते चाहते.
एक कहानी थी जो दिल पर लिखी रह गई,
ये नजर बस उसे ही देखती रह गई,
वो आंखो के सामने किसी और के हो गए,
हमारी मोहब्बत फिर एक बार अधूरी रह गई.
कौन करता है यहाँ प्यार निभाने के लिए,
दिल तो एक खिलौना है जमाने के लिए.
हर जगह तू नजर आती है,
तुझसे दूर रह कर ये जान निकाल जाती है,
क्या बताऊं तेरे बिन क्या हाल है मेरा,
हर पल हर लम्हा तेरी याद आती है.
हकीकत बयां करू तो मैं उसके इन्तजार में हूँ,
पर क्या करू मैं नए रिश्तो की दीवार में हूँ.
बेनाम सा ये दर्द ठहर क्यों नहीं जाता,
जो बीत गया है वो गुजर क्यों नहीं जाता,
वो एक ही चेहरा तो नहीं सारे जहाँ में,
जो दूर है मुझसे वो दिल से उतर क्यों नही जाता.
मत पूछा करो रात भर जागने की वजह हटें,
मोहब्बत मैं कुछ सवालों के जवाब नहीं होते.
दिल में जो दर्द है वो दर्द किसे बताएं,
हँसते हुए ये जख्म किसे दिखायें,
कहती है ये दुनिया हमे खुश नसीब,
मगर इस नसीब की दास्तान किसे सुनाएँ.
ढूड ही लेता है मुझे किसी ना किसी बहाने से दर्द,
वाकिफ हो गया है मेरे हर ठिकाने से दर्द.
मोहब्बत का मेरे सफ़र आखिरी है,
ये कागज़ कलम ये गज़लआखिरी है,
मैं फिर न मिलूँगा कहीं ढूढ लेना,
तेरे दर्द का अब ये असर आखिरी है.
कोई हमदम न रहा ,कोई सहारा न रहा,
किसी के हम न रहे ,कोई हमारा न रहा.
By हिमांशु पटेल
एक दिन हम भी कफन ओढ़ जायेंगे,
सब रिश्ते इस जमीन के तोड़ जायेंगे,
जितना जी चाहे सता लो मुझको,
एक दिन रोता हुआ सबको छोड़ जायेंगे.
रोने की सज़ा न रुलाने की सज़ा है,
ये दर्द मोहब्बत को निभाने की सज़ा है,
हँसते हैं तो आँखों से निकल आते हैं,
आँसू ये उस शख्स से दिल लगाने की सज़ा है.
हम उम्मीदों की दुनियां बसाते रहे,
वो भी पल पल हमें आजमाते रहे,
जब मोहब्बत में मरने का वक्त आया,
हम मर गए और वो मुस्कुराते रहे.
तू मेरे बिना ही खुश है तो शिकायत कैसी,
अब मैं तुझे खुश भी ना देखूं तो मोहब्बत कैसी.
ना आंसूओं से छलकते हैं
ना काग़ज़ पर उतरते हैं,
दर्द कुछ होते हैं ऐसे जो बस
भीतर ही भीतर पलते हैं.
तुम मेरी लाश पर रोने मत आना
मुझसे बहुत प्यार था ये जताने मत आना,
दर्द दो मुझे जब तक दुनिया में हूं
जब सो जाऊं फिर जगाने मत आना.
तजुर्बे ने एक ही बात सिखाई है,
नया दर्द ही पुराने दर्द की दवाई है.
किसी को इश्क़ की अच्छाई ने मार डाला,
किसी को इश्क़ की गहराई ने मार डाला,
करके इश्क़ कोई ना बच सका,
जो बच गया उसे तन्हाई ने मार डाला.
जीते थे हम भी कभी शान से
महक उठी थी जिंदगी किसी के नाम से,
मगर फिर गुज़रे उस मुकाम से
कि नफ़रत सी हो गई मोहब्बत के नाम से.
प्यार किया नादान थे हम,
गलती हुई क्योंकि इंसान थे हम,
आज जिन्हें नज़रें मिलाने में तकलीफ होती है,
कभी उसकी जान थे हम.
सारे जमाने में बंट गया ‘वक्त उनका’
हमारे हिस्से में सिर्फ बहाने ही आए.
दर्द भरी शायरी हिंदी में | Dard bhari shayari in hindi
हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम;
हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम;
अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला;
ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम.
न तस्वीर है तुम्हारी जो दीदार किया जाये,
न तुम हो मेरे पास जो प्यार किया जाये,
ये कौन सा दर्द दिया है तुमने ऐ सनम,
न कुछ कहा जाये न तुम बिन रहा जाये.
कह कर तुम बता नहीं सकते,
प्यार को अपने जता नहीं सकते,
फिर क्या फायदा तुम्हारी दोस्ती का,
जब एक भी वादा तुम निभा नहीं सकते.
जब कहा था तुमने हमारे सपने सच होंगे,
तब यकीन था तुम पर रब से भी ज्यादा,
लेकिन अब विश्वास चूर चूर हो गया है मेरा
शायद तुमने अधूरा छोड़ दिया अपना वादा.
क्या फर्क पड़ता हैं
असल में हम कैसे हैं
जिसने जैसी सोच बना ली
उसके लिए हम वैसे हैं.
रोने की सजा न रुलाने की सजा है,
ये दर्द मोहब्बत को निभाने की सज़ा है,
हँसते हैं तो आँखों से निकल आते हैं आँसू !
ये उस शख्स से दिल लगाने की सज़ा है !
पलकों में आंसू और,
दिल में दर्द सोया है।
हंसने वालों को क्या पता?
रोने वाला किस कदर रोया है।
अगर तुम्हारे पास वक़्त ही नहीं
क्या करूँ मैं अपने हालात बताकर
ये मेरी मोहब्बत एक तरफ़ा ही है
क्या करूँ मैं अपने जज़्बात बताकर।
आँसू भी आते हैं और
दर्द भी छुपाना पड़ता है
ये जिंदगी है साहब यहां
जबरदस्ती भी मुस्कुराना पड़ता है।
ना मेरा दिल बुरा था
ना उसमे कोई बुराई थी
बस नसीब का खेल है,
क्योंकि किस्मत में जुदाई थी।।
चाह कर भी दूर नहीं जा पाता हूं ,
आइना हूं बार-बार टूट जाता हूं ।
ऐ पत्थर मारने वाले जालिम ,
हर टुकड़े में तेरी तस्वीर पाता हूं।।
मोहब्बत का दर्द भी क्या खूब होता है,
न चुभता है, न दिखता है, बस महसूस होता है।
गुलशन की बहारों पे मोहबत का जाम लिखा है,
आज फिर उस ने किताबों पे मेरा नाम लिखा है,
मेरा ये दर्द तो इसी तरह मेरी दुनिया में सामिल रहेगा,
कुछ सोच के ही उस ने मेरा ये अंजाम लिखा है।
लोग जलते हैं मेरी मुस्कान पर,
मैंने अपने दर्द की कभी नुमाईश न की
जब जहाँ जो मिला उसे अपना लिया,
जो न मिला उसकी कभी ख्वाहिश न की।
अब मत खोलना मेरी ज़िंदगी की पुरानी किताबों को,
जो था वो मैं रहा नहीं, जो हूं वो किसी को पता नहीं!
कितना और दर्द देगा बस इतना बता दे,
ऐसा कर ऐ खुदा मेरी हस्ती मिटा दे।
यूं घुट घुट के जीने से तो मौत बेहतर है,
मैं कभी न जागूं मुझे ऐसी नींद सुला दे।
कितना दर्द होता है ना यार
जब पूरी दुनिया को छोड़ कर किसी
एक को सब कुछ मान लो और
वो इंसान भी साथ छोड़ दे..!!
रश्मों को जंजीरें भी तोड़ी जा सकती हैं,
तेरी खातिर दुनिया भी छोड़ी जा सकती है,
उसको भुलाकर हमें ये मालूम हुआ,
आदत कैसी भी हो छोड़ी जा सकती है।🥀
“मत सताओ हमें, हम सताए हुए हैं,
अकेले रहने का गम उठाये हुए हैं,
खिलौना समझ के ना खेलो हमसे,
हम भी उसी खुदा के बनाए हुए हैं”
दर्द कितना है बता नहीं सकते,
जख्म कितनें हैं दिखा नहीं सकते,
आंखों से समझ सको तो समझ लो,
आंसूं गिरे हैं कितनें गिना नहीं सकते..!
एक दिन हम भी कफन ओढ़ जायेंगे,
सब रिश्ते इस जमीन के तोड़ जायेंगे,
जितना जी चाहे सता लो मुझको,
एक दिन रोता हुआ सबको छोड़ जायेंगे।
अदाएं कातिल होती हैं
आँखें नशीली होती हैं,
मोहब्बत में अक्सर होंठ सूखे होते हैं
और आँखे गीली होती हैं।
इस तरह मिली वो मुझे सालों के बाद
जैसे हक़ीक़त मिली हो ख्यालों के बाद
मैं पूछता रहा उस से ख़तायें अपनी
वो बहुत रोई मेरे सवालों के बाद।
जाने लागे जब वो छोड़ के दामन मेरा,
टूटे हुए दिल ने एक हिमाक़त कर दी,
सोचा था कि छुपा लेंगे ग़म अपना,
मगर कमबख्त आँखों ने बगावत कर दी।
दिल को छू लेने वाली दर्द भरी शायरी | Heart touching dard bhari shayari
जीवन में अपने प्यार ढूंढता हूं ,
जीने के लिए संसार ढूंढता हूं ।
रुलाया जिसने जिंदगी भर हमको ,
ना जाने क्यों उसे बार-बार ढूंढता हूं।।
दिया दिए से जला लूं तो सुकून आये मुझे,
तुम्हें गले से लगा लूं तो चैन आये मुझे,
मोहब्बतों के सहीफ़े हैं या अज़ाब कोई,
तेरे खतों को जला लूं तो चैन आये मुझे।
अगर मैं लिखूं तो पूरी किताब लिख दूँ,
तेरे दिए हर दर्द का हिसाब लिख दूँ।
डरता हूँ कहीं तू बदनाम ना हो जाए,
वरना तेरे हर दर्द की कहानी में मेरा हर ख्वाब लिख दूँ।
तकदीर के आईने में मेरी तस्वीर खो गई,
आज हमेशा के लिए मेरी रूह सो गई,
मोहब्बत करके क्या पाया मैंने,
वो कल मेरी थी आज किसी और की हो गई !!
मेरे आँसुओं के दाम तुम चुका नहीं पाओगे
मोहब्बत न ले सके तो दर्द क्या खरीदोगे
ऐ मोहब्बत तेरे अंजाम पे रोना आया
जाने क्यूँ आज तेरे नाम पे रोना आया
तुझे पाने की तमन्ना दिल से निकाल दी मैंने,
मगर आँखों को तेरे इंतज़ार की आदत सी बन गयी है !
साँस थम जाती है पर जान नहीं जाती,
दर्द होता है पर आवाज नहीं आती,
अजीब लोग हैं इस जमाने में ऐ दोस्त,
कोई भूल नहीं पाता और किसी को याद नहीं आती !
कभी सोचा न था के वो मुझे तनहा कर जायेगा,
जो अक्सर परेशां देख कर कहता था मैं हूँ ना !!
तेरी यादों को पसंद आ गयी मेरी आँखों की नमी,
हँसना चाहूँ भी तो रुला देती है तेरी कमी !!
कभी सोचा करता था कैसे रह पाऊँगा तेरे बिना,
देख तूने ये भी सिखा दिया मुझे !!
नफरत बदसूरती से नहीं बदसूरत दिल से होती है,
क्योंकि धोखा तो खूबसूरत चेहरे ही देते हैं !
कश्ती का डूब जाना ही अच्छा था,
किनारे ने और बदनाम कर दिया,
पुरानी गलतियां भूलने की कोशिश थी,
नए इश्क ने और बर्बाद कर दिया !
हम जानते है आप जीते हो जमाने के लिए
एक बार तो जीके देखो सिर्फ हमारे लिए
इस नाचीज़ की दिल क्या चीज़ है
हम तो जान भी देदेंगे आप को पाने के लिए
जो पल बीत गये वो बापस आ नही सकते
सूखे फूलो को बापस खिला नही सकते
कभी ऐसा लगता है वो हमे भूल गये होंगे
पर ये दिल कहता है वो हमे कभी भुला नही सकते
तेरा यूँ मेरे सपनो में आना ये तेरा कसूर था
और तुझ से दिल लगाना ये मेरा कसूर था
कोई आया था पल दो पल के लिए जिंदगी में
और उसे अपना समझ लेना वो मेरा कसूर था
ख़ामोश फ़ज़ा थी कहीं साया भी नहीं था
इस शहर में हमसा कोई तनहा भी नहीं था
किस जुर्म पे छीनी गयी मुझसे मेरी हँसी
मैंने किसी का दिल तो दुखाया भी नहीं था
आँखों में रहा दिल में उतर कर नहीं देखा
कश्ती के मुसाफिर ने समंदर नहीं देखा
पत्थर मुझे कहता है मेरा चाहने वाला
मैं मोम हूँ उसने मुझे छू कर नहीं देखा..
प्यार के उजाले में गम का अंधेरा आता क्यों है?
जिसको हम चाहे वही रुलाता क्यों है?
अगर वह मेरा नसीब नही?
तो खुदा ऐसे लोगों से मिलाता क्यों है।
अगर मैं लिखूं तो पूरी किताब लिख दूँ,
तेरे दिए हर दर्द का हिसाब लिख दूँ।
डरता हूँ कहीं तू बदनाम ना हो जाए,
वरना तेरे हर दर्द की कहानी में मेरा हर ख्वाब लिख दूँ।
यह आरजू नहीं कि किसी को भुलाए हम
ना तमन्ना है कि किसी को रूलाएं हम
जिसको जितना याद करते हैं
उसे भी उतना याद आए हम।
दुआ मांगी थी आशियाने की,
चल पड़ी आंधियां जमाने की,
मेरा दर्द कोई नहीं समझ पाया,
क्योंकि मेरी आदत थी मुस्कुराने की।
मुझे छोड़ कर जाने वाली,
मेरी गलती तो बताती जा,
जो गुनाह मैंने किया है,
उसकी सजा तो दिलाती जा..!!
पत्थर की दुनिया भावनाएं नहीं समझती,
और वो मेरे दिल में क्या है ये बात नहीं समझती।
dard bhari shayari in english | दर्द भरी शायरी इन इंग्लिश
haal to poochhte nahi duniya zinda logo ka,
chale aate hai log janaze par baraat ki tarah !!
kabhi hame bhi sikha dete bhool jane ka hunar
ab mere se raato ko uth uth kar roya nahi jata
jab dil kiya rakh liya,
jab dil kiya bahar nikal diya
ye mere dil hai koi bikau cheez nahi,
jab dil kiya tab fenk diya !
mere har shayari me ‘sirf tum’ hote ho
dard bas itna hai ki.. sirf ‘shayari’ me hi kyo hote ho
Taraste the Jo dost Humse milane ko Kabhi,
Na Jaane Kyu Aaj Mere Saye se bhi vah katrate hai,
Ham bhi wahi Hai Dil Bhi wahi hai,
Na Jaane Kyu Log Badal Jate Hai…!!
Har yaar wafaadar nahi hota,
har patthar chamakdar nahi hota,
na jaane bag mein kitne phool khile hai,
har phool khusboodar nahi hota..!!
Sama jao mujh me to pata lage ki dard kya hai?
Ye wo kissa hai jo jubaan se bayan nahi hota.
हम आशा करते है की आपको हमारी द्वारा पेश की गई दर्द भरी शायरियां बेहद पसंद आई होंगी। यदि आपका कोई कॉमेंट है तो हमारे कॉमेंट सेक्शन में जरूर बताएं और आप ये शायरियां अपने दोस्तो साथियों में जरूर शेयर करे और उन्हें भी कुछ चुनिंदा शायरियों का आनंद उठाने का अवसर दे.