51+’डर’ और ‘ख़ौफ़’ पर पेश की गयी शेर : जो बनाएंगी आपको मजबूत | dar shayari

dar shayari | डर शायरी :  दोस्तों आज हम लोगों के साथ डर शायरी लेकर आए हैं क्योंकि कुछ लोग काम शुरू करने से पहले ही डर कर अपनी हार मान लेते हैं ऐसे लोग अपने सपने कभी पूरा नहीं कर पाते हैं इसलिए डर को जीतकर चुनौतियों का सामना करना पड़ता है.

लोग कहते हैं डर के आगे जीत है यदि आप किसी काम को करने से पहले ही डर जाते हैं तो अपना काम कभी भी पूरा नहीं कर पाएंगे और यदि आपके अंदर हिम्मत है तो आप अपने काम को निडर होकर पूरा कर सकते हैं इसलिए आज हम आपको इस लेख के माध्यम से डर पर कुछ ऐसे विचार या शायरी लिख रहे हैं जिनकी मदद से आप बिना डरे हुए अपने मंजिल तक पहुंच सकते हैं.

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कहते हैं लोग कि यदि आप अपने अंदर या अपने दिमाग में पहले से ही डर रखते हैं तो आप कभी भी अपनी life में success नहीं हो पाएंगे यदि आप बिल्कुल निडर है तब आपको अपनी मंजिल तक पहुंचने से कोई भी नहीं रोक सकता है तो इस लेख में हमने आपको डर शायरी बताई है जिन्हें पढ़कर आप अंदर के डर को दूर कर सकते हैं और अपने दोस्तों को भी शायरी भेज कर उनका डर खत्म कर सकते हैं.

बेस्ट डर शायरी हिंदी में | Best dar shayari in hindi

तीर पर तीर लगाओ तुम्हें डर किस का है
सीना किस का है मेरी जान जिगर किस का है

 

मैं भी डर गया था मुश्किलें देख,
फिर आगे बढ़ गया मंजिलें देख,
खुद राहें मुझे मिलती चली गईं,
मुश्किलें हार गईं मेरा हौसला देख।

 

पहले जैसा उनके अंदर कोई मंजर ही नहीं लगता,
वो बदले ऐसे की अब खुदा का डर ही नहीं लगता।

 

जिनके मन में कुछ करने जा जुनून हो,
वो कभी भी डरा नहीं करते हैं,
जो डर जाते हैं लोगाें की बातों से,
वो कभी कुछ करा नहीं करते हैं।

 

यदि डर लगता है मुश्किलों से,
फिर भी आगे बढ़ना छोड़ना मत,
खुद पर करना भरोसा और बढ़ते जाना,
पर खुद पर किए भरोसे को तोड़ना मत।

 

लड़कर जो डर नसीब बदल देते हैं,
वही इंसान अपनी तकदीर बदल देते हैं,
मत सोचो कि क्या होगा कल,
निडर तो कल की तस्वीर बदल देते हैं।

 

shayari

 

तुमसे मोहब्बत करने से डर लगता है
तुम्हारे करीब आने से डर लगता है,
तुम्हारी वफाओं पर भरोसा है
पर अपनी नसीब से डर लगता है.

 

दिन तो मानो कट भी जाती होगी,
डर तो रात होने का सताता होगा,
कितनी बेचैनी होती होगी उन परिंदों में
जो अपने घर को न जाता होगा.

 

तुम्हारे घर में दरवाज़ा है लेकिन तुम्हें ख़तरे का अंदाज़ा नहीं है
हमें ख़तरे का अंदाज़ा है लेकिन हमारे घर में

 

दिल को तेरी चाहत पे भरोसा भी बहुत है
और तुझ से बिछड़ जाने का डर भी नहीं जाता

 

डर से जादा तेरे करीब आने को जी करता है,
तेरे होठों को होठों से छू जाने को जी करता है,
तुम हो मेरे बेताब दिल की धड़कन
तुम्हें अपना बनाने को जी करता है |

 

डर तो इंसान का वहम है,
जो उसे यूँ ही लग जाता।
तब तक है लगता रहता,
जब तक इंसान सहमता रहता.

 

किसी को डर है इंसान का,
तो किसी को हैवान का .
कोई इससे नहीं बचता ,
डर थोडा-थोडा सबको लगता.

 

इंसान का दिमाग ही उसे डराता,
और वो ही डर से ऊपर उठाता .
जो अपना मन मजबूत कर लेता,
उसे कभी कोई डर नहीं डराता.

 

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ज़िन्दगी को डर कर जीयोंगे,
तो जीना मुश्किल हो जाएगा .
और अगर डट कर जीयोगे ,
तो हर मुश्किल का हल मिल जाएगा

 

नफरत खुलकर और
मोहब्बत छुप कर करते है,
हम इंसान अपनी ही बनाई दुनिया से
कितना डरते है।

 

जिनकी बातों में बड़ा मिठास होता है,
जिनपर दिल को बड़ा विश्वास होता है,
ऐसे लोगो से थोड़ा डर कर रहना
क्योंकि वो हर किसी का खास होता है

 

वफ़ा की ज़ंजीर से डर लगता है,
कुछ अपनी तकदीर से डर लगता है,
जो मुझे तुझसे जुदा करती है
हाथ की उस लकीर से डर लगता है

 

अब तो वफ़ा करने से मुकर जाता है दिल,
अब तो इश्क़ के नाम से डर जाता है दिल,
अब किसी दिलासे की जरूरत नहीं है
क्योंकि अब हर दिलासे से डर जाता है दिल.

 

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तुम शुरूआत तो करो डर अपने आप दूर हो जायेगा,
तुम ख़्वाबों की ओर उड़ान तो भरो हर सपना सच हो जायेगा

 

अकेले नहीं है हम मगर
डर महसूस हो रहा है..
अंधेरे में दूर कोई है नहीं मगर,
किसी की आहट सुनाई दे रही है..

 

किसी को डर है इंसान का,
तो किसी को हैवान का .
कोई इससे नहीं बचता ,
डर थोडा-थोडा सबको लगता.

 

रोज़ ढलती हुई शाम से डर लगता है
अब मुझे प्यार के अंजाम से डर लगतां है
जब से तुमने मुझे धोखा दिया
तबसे मोहब्बत के नाम से भी डर लगता है

 

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अक्सर मुझे प्यार में
धोका ही मिला है
कुछ करने की ना तो इच्छा है
ना तो किसी की ज़रूरत
बस प्यार से डर लगने लगा है ….

 

बहुत डर लगता हैं उन लोगो से जो…
बातो में मिठास और दिलो में जहर रखते हैं।

 

अजीब कहानी है इश्क और मोहब्बत की,
उसे पाया ही नहीं फिर भी खोने से डरता हूँ…

 

डट कर खड़े होने से डर नहीं लगता,
जिद पे अड़े होने से डर नहीं लगता.
डर का लगना कमज़ोर दिमाग की पहचान है,
स्थिर दिमाग में डर का ना कोई नामो निशान है .

 

डर मुझे भी लगा फ़ासला देख कर,
पर मैं बढ़ता गया रास्ता देख कर,
खुद-ब-खुद मेरे नजदीक आती गई
मेरी मंजिल मेरा हौसला देख कर.

 

जितना डरोगे उतना ही डराएगी दुनिया,
जितना करोगे परवाह उनकी, उतना ही सताएगी दुनिया.

 

shayari

 

इंसान को मौत से भी उतना डर नहीं लगता है,
जितना डर माँ के बगैर इस दुनिया में जीने से लगता है.

 

वो खूबसूरत दिन थे जब प्यार से डर लगता था,
महबूब के बगल से गुजरना भी एक हुनर लगता था.

 

डर का उन पर जोर है,
जिनके Negativity चारो ओर है.
कोई भी डर से पार पा सकता ,
अगर मन में अच्छे ख्याल ला सकता.

 

किसी को डर है इंसान का,
तो किसी को हैवान का .
कोई इससे नहीं बचता ,
डर थोडा-थोडा सबको लगता

किसी को खोने का डर शायरी | Kisi ko khone ka dar shayari

अकेले नहीं है हम मगर
डर महसूस हो रहा है..
अंधेरे में दूर कोई है नहीं मगर,
किसी की आहट सुनाई दे रही है..

 

तुझे पाया भी नही है , मगर खोने से डरता हूँ ,
अब तू ही सोच मैं तुझसे कितनी मोहब्बत करता हूँ!

 

shayari

 

इस दौर में आदमी को आदमी से डर,
क्योंकि आदमी ही जलाता है आदमी का घर.

 

जिसने डर को अपने मन में पाल रखा है,
उसने अपने कमजोर कंधो पर इक दुनिया सम्भाल रखा है.

 

बदनामी का डर तो बस उनमें होता है,
जिनमें नाम कमाने की हिम्मत नहीं होती.

 

तुझे पाने की तमन्ना है पर तुझे खोने का डर है
लेकिन मेरी चाहते कभी कम नहीं होगी
क्योंकि तू ही मेरी मोहब्बत और तू ही मेरा हमसफ़र है !

 

तुझे पाने की तड़प और
तुझे खोने का डर…
ये दोनो मुझे जीने नहीं देते !

 

हर पल बस तेरा ही दीदार करता हूँ
खुद से भी ज़्यादा तुझे प्यार करता हूँ
डर नहीं किसी और बात का मुझे
पर तुझे खोने से मैं बहुत डरता हूँ !

 

तुम्हारी गलतियों का अहसास है मुझे फिर भी मैं चुप हूँ,
डरता हूँ कहीं तुम रूठकर चले न जाओ

 

shayari

 

आपको खोने का हर पल डर लगा रहता है,
जबकि आपको पाया ही नहीं,
तुम बिन इतना तन्हा हूँ मैं,
कि मेरे साथ मेरा साया भी नहीं।

 

कांटो सी चुभती है तन्हाई,
अंगारों सी सुलगती है तन्हाई,
कोई आ कर हमें ज़रा हँसा दे,
मैं रोता हूँ तो रोने लगती है तन्हाई।

 

जानता पहले से था मैं,
लेकिन एहसास अब हो रहा है,
अकेला तो बहुत समय से हूं मैं,
पर महसूस अब हो रहा है।

 

तुम जब आओगे तो खोया हुआ पाओगे मुझे,
मेरी तन्हाई में ख़्वाबों के सिवा कुछ भी नहीं,
मेरे कमरे को सजाने कि तमन्ना है तुम्हें,
मेरे कमरे में किताबों के सिवा कुछ भी नहीं।

बेहतरीन डर शायरी इंग्लिश में | Behatreen dar shayari in english

Aandhi toofan se vo darte hain,
Jinake man mein pran baste hai,
Vo maut dekh kar bhi hanste hain,
Jinake man mein mahakaal baste hain

 

shayari

 

Tujhko khone ka dar hai,
khud pe rone ka dar hai,
sirf teri yaad rula deti hai ankhon ko,
varna har sitam inpe be asar hai….

 

Pyaar Dariya Hai Jiska Sahil Nahi Hota,
Har Dil Mohabbat Ke Qabil Nahi Hota,
Rota Wo Bhi Hai Jo Dooba Hai Pyaar Mein,
Or Rota Wo Bhi Hai Jise Pyar Hasil Nahi Hota.

 

Dard Kitna Hai Bata Nahi Sakte,
Zakhm Kitne Hain Dikha Nahi Sakte,
Ankhon Se Samajh Sako To Samajh Lo,
Ansoo Gire Hain Kitne Gina Nahi Sakte.

 

Humne Puchha Yaar Se Itna,
Kaise Woh Bewafa Ho Gaye,
Bole Woh Ki Tumse Kya,
Teri Jeb Se Sikke Kho Gaye.